रीवा। पंचायत व नगरीय निकॉय चुनाव चरम पर है, जहां पूर्व में जिम्मेदारी संभालने वाले विकास के दावे कर रहे हैं वहीं नए विकास का वादा कर रहे हैं लेकिन हकीकत यह है कि शहरी सहित ग्रामीण अंचल में रीवा जिले में आज भी लोग मूलभूत सुविधाओं के लिए तरस रहे हैं। इसका बड़ा उदाहरण जिले के मऊगंज विकासखंड में देखने को मिला है, यहां के अमोखर क्षेत्र के नंदनपुर गांव में एक गंभीर मरीज को लेने जा रही एम्बुलेंस के पहिए दो किमी.पहले ही थम गए। वजह एम्बुलेंस जाने के लिए रास्ता नहीं था, रास्ता तो था लेकिन यहां इतना जलभराव हो गया था कि एम्बुलेंस वाहन का जाना मुश्किल था। इसलिए उसे दो किमी. पहले ही रोक दिया गया।
पानी में पैदल चलकर आया मरीज
बता दें कि जब मरीज के घर तक एम्बुलेंस नहीं पहुंची तो परिजन मरीज को लेकर पैदल ही निकल पड़े। मजबूरन मरीज को परिजनों को पानी में पैदल चलाकर एम्बुलेंस तक लाना पड़ा। बतादें कि इस प्रकार के कई मार्ग जिले में है जहां बारिश के दिनों में आवागमन बाधित हो जाता है। ग्रामीणों की माने तो एम्बुलेंस घर तक नहीं जाने से महिला मरीज की हालत और खराब हो गई।
अमानक निर्माण का आरोप
वहीं महिला मरीज के परिजन रामसुशील यादव ने बताया कि गांव की सड़क का निर्माण तो कराया गया लेकिन पुलिया के निर्माण में गुणवक्ताविहीन कार्य किया गया जिससे पुलिया से पानी सड़क पर आ जाता है और हर वर्ष ही जलभराव की स्थिति निर्मित हो जाती है। इससे ग्रामीणों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है। ग्रामीणों ने कहा कि तत्काल समस्या का समाधान कराया जाए।
०००००००००००००




