नई दिल्ली। रीवा में महंत सीताराम दास महाराज के द्वारा किशोरी के साथ दुष्कर्म की घटना का मामला अभी थमा भी नहीं था कि अब कानपुर में महामंडलेश्वर प्रखर जी महाराज पर दुष्कर्म का आरोप हैं, इस संबंध में पुलिस ने एफआईआर भी दर्ज कर ली है। बात का खुलासा खुद युवती मां ने थाने में जाकर किया है। प्रखर जी महाराज ने किशोरी को दिक्षा के बहाने बुलाया और उसके साथ दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया ऐसा आरोप लगाया जा रहा है। कानपुर में किदवई नगर की युवती से दुष्कर्म, छेड़छाड़ और धमकी के आरोप में पुलिस ने निर्वाणी अखाड़ा के प्रखर जी महाराज के खिलाफ गंभीर धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की है।
मां ने की शिकायत…
युवती की मां ने बीते सोमवार को इस संबंध में आशा ज्योति केंद्र के वन स्टॉप सेंटर में राज्य महिला आयोग की सदस्य पूनम कपूर से शिकायत की थी। उनके निर्देश पर पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू की है। युवती की मां ने पुलिस को बताया कि 2020 फरवरी में निर्वाणी अखाड़ा के प्रखर जी महाराज विशेष धार्मिक कार्यक्रम के लिए कानपुर प्रवास पर थे। इस कार्यक्रम के आमंत्रण पर वह अपने पति व बेंगलुरु से पढ़ कर आई बेटी के साथ पहुंची थीं। आरोप है कि महाराज ने उनकी बेटी को बदनीयती से अपने पास बुलाया और एकांत कमरे में दीक्षा देने के बहाने उससे छेड़छाड़ व दुष्कर्म किया।
बेटी को नहीं कर रहे थे वापस
बाद में उन्हें पता चला कि महाराज प्रखर जी उनकी बेटी को अपने साथ हरिद्वार शंकराचार्य मार्ग स्थित भूपत वाला विश्वनाथ आश्रम ले गए। उत्तराखंड प्रशासन से मदद मांगी तो बेटी की मानसिक स्थिति शून्य होने की जानकारी मिली। कई बार बेटी को वापस करने की याचना की, लेकिन प्रखर महाराज के गुर्गों ने उनके साथ अभद्रता करते हुए भगा दिया। बता दें कि इस प्रकार से लगातार संत का चोला पहन घूम रहे महंतो पर लग रहे आरोप से लोग हैरान है, उनका कहना है कि वह शांति के लिए ईश्वर स्वरूप संत के लिए जाते है लेकिन उनके ऐसे कारनामों ने लोगो के रोंगटे खड़े कर दिए हैं। हालांकि महामंडलेश्वर प्रखर जी महाराज ने इस आरोप को निराधार बाताया है, उन्होंने कहा कि युवती खुद फैसले लेने में सक्षम है। झूठी एफआईआर दर्ज की गई है।
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