रीवा। उच्च शिक्षा विभाग की दो दिवसीय राज्य स्तरीय वॉलीबाल प्रतियोगिता का समापन रविवार को टीआरएस कॉलेज मैदान में किया गया। यह दिन अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय के लिए एतिहासिक रहा, वजह 31 वर्ष बाद एपीएसयू रीवा संभाग की टीम ने शानदार प्रदर्शन करते हुए राज्य स्तरीय वॉलीबाल चैंपियन का खिताब अपने नाम किया। वहीं इंदौर की टीम को उपविजेता का खिताब मिला। समापन अवसर पर विजेता व उपविजेता टीमों सहित अच्छा प्रदर्शन करने वाले खिलाडिय़ों को पुरुस्कृत किया गया। बतौर मुख्य अतिथि संचालक शारीरिक शिक्षा विभाग एपीएसयू डॉ.रामभूषण मिश्रा मौजूद रहे। उन्होंने समापन अवसर पर खिलाडिय़ों सहित विजेता व उपविजेता टीमों को पुरस्कृत किया।

इस दौरान उन्होंने कहा कि 11 विश्वविद्यालयों के टीमों के बीच हो रहे इस मुकाबले में कई रोचक मुकाबले देखने को मिला, जिससे यह साफ है कि पूर्व से और ज्यादा खिलाड़ी हर छोर पर मेहनत कर अपनी टीम को जिताने का प्रयास कर रहे हैं, हार-जीत तो खेल का एक हिस्सा है लेकिन सफल खिलाड़ी वहीं है जो टीम के लिए खेले। हार-जीत की परवाह न करे। उन्होंने कहा कि यह दिन रीवा एपीएसयू रीवा संभाग की टीम के लिए ऐतिहासिक है। 25 वर्ष बाद एपीएसयू रीवा संभाग को राज्य स्तरीय वॉलीबाल चैंपियन बनने का गौरव हासिल हुआ है। अध्यक्षता महाविद्यालय के प्रशासनिक अधिकारी शासकीय ठाकुर रणमतसिंह महाविद्यालय मौजूद रहे। विशिष्ट अतिथि के रूप में डॉ.विजय शंकर राय, डॉ.अच्युत पांडेय मौजूद रहे। प्रतियोगिता का आयोजन क्रीड़ा अधिकारी डॉ.रावेन्द्र सिंह की अहम भूमिका रही। इस दौरान वरिष्ठ क्रीड़ा अधिकारी डॉ.हबीब खान, डॉ.राजेश भारती, डॉ.सुनीता सिंह, डॉ.उपेंद्र पांडेय, डॉ.शिल्पा शर्मा, डॉ.रविकांत चौधरी,डॉ. विजय सिंह, डॉ.अजय यादव, डॉ.अभिषेक कुमार, अमरपाटन कॉलेज से डॉ.स्वेता तिवारी सहित क्रीड़ा अधिकारी व आयोजन समिति के सदस्य मौजूद रहे।
दूसरे दिन इनके बीच हुए मुकाबले
राज्य स्तरीय पुरुष वॉलीबाल प्रतियोगिता में दूसरे दिन पहला सेमीफाइनल रीवा विरुद्ध ग्वालियर के बीच खेला गया जिसमें रीवा ने सीधे सेट में ग्वालियर को पराजित किया। दूसरा सेमीफाइनल जबलपुर और इंदौर के बीच खेला गया जिसमें इंदौर विजेता रहा। फाइनल मुकाबला रीवा और इंदौर के बीच खेला गया जिसमें रीवा ने सीधे सेट में इंदौर को पराजित कर राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में विजेता होने का गौरव हासिल किया। प्रतियोगिता में 11 विश्वविद्यालयों की टीमों के बीच मुकाबला हुआ। करीब 150 खिलाड़ी व स्टॉफ रीवा पहुंचे।

विवि को मिली बड़ी उपलब्धि
बता दें कि वॉलीबाल राज्य स्तरीय चैंपियन बनने का खिताब एपीएसयू रीवा संभाग की टीम को मिला, यह खिताब 25 वर्ष बाद टीम को मिला है। कुलगुरु डॉ.राजेन्द्र कुड़रिया जो कि खुद राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी रहे हैं, उन्होंने पद्भार संभालते की खेल व खिलाडिय़ों को बढ़ावा देने हर संभव प्रयास करने की बात कही थी। जिसके बाद शारीरिक शिक्षा विभाग एपीएसयू को कई सौगाते भी दी गई। वहीं कुलगुरु के मार्गदर्शन में संचालक डॉ.रामभूषण मिश्रा के प्रयास से संभाग में खेल का स्तर बढ़ा। कॉलेजों में क्रीड़ा अधिकारियों द्वारा की जा रही मेहनत का ही परिणाम रहा कि इस सत्र के खेल में रीवा विवि को यह बड़ी उपलब्धि मिली है। इसके पहले वर्ष 1999 में राज्य स्तरीय वॉलीबाल चैंपियन रीवा बना था।
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