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भोपाल। प्रदेश में आपको भीख मांगने वाले कही न कही दिख ही जायेंगे, शहर की मुख्य सड़कों से लेकर मोहल्लों की गलियों में इनका राज है। इनकी तादाद प्रदेश में घटने की जगह बढ़ती ही जा रही है हैरानी की बात यह है कि अब भिखारियों ने अपने भीख मांगने का ट्रेंड भी बदल दिया है। वह अब भीख लेने के नए नए तरीके निकाल रहे है। ऐसा ही एक भिखारी प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले का चर्चाओ में हैं। जिसके भीख मांगने के तरीके को देख लोंग हैरान हैं। तो आइए हम आपको इस खबर में इस भिखारी के बारे में बताते हैं जो प्रदेश सहित देश भर में अपने भीख मांगने के तरीके को लेके चर्चाओ में है।
क्या है मामला…
जानकारी के मुताबिक छिंदवाड़ा जिले के भिखारी हेमंत सूर्यवंशी द्वारा जिले सहित अन्य जिलो में भीख मांगने का काम किया जाता है, भीख न देने के लिए लोंग चिल्लर न होने की बात कहते है जिसका तोड़ इस भिखारी ने निकाला है, उसके द्वारा अपने साथ बार कोड स्कैनर साथ रखा जा रहा है ताकि लोंग इसमें ऑनलाइन पेमेंट कर सके। जिसके पास चिल्लर नही होता है उसे वह बारकोड दिखा कर उसके जरिए भीख लेते हैं।
चर्चाओ में तरीका
छिंदवाड़ा के सूर्यवंशी का यह तरीका चर्चा का विषय बना हुआ है, लोंगो का कहना है अब भिखारी भी डिजिटल हो गए हैं इसलिए अब बिना भीख दिए कोई भी बाख नही पायेगा। हालांकि अभी भी जिसे भीख न देनी हो वह ऑनलाइन पेमेंट सुविधा न होनेकी बात कह बाख निकलता है लेकिन हेमंत के तरीक़े ने भिखारियों में एक नई सोच लाई है और वह बैंक एकाउंट और ऑनलाइन व्यवस्थाओं की ओर बढ़ रहे है।