Goat scam of Rs 14 lakh! You will be surprised to hear the matter
रीवा। संभाग के सिंगरौली जिले के चितरंगी ब्लाक में नए-नए घोटालों सामने आ रहे हैं। 11 लाख के स्कूटी घोटाला मामले की जांच अभी शुरू नहीं हुई और 14 लाख का बकरी घोटाला फिर सामने आ गया। पर्यावरण मित्र को स्कूटी खरीदी के लिए जहां पर्यावरण विभाग द्वारा पैसा दिया गया था वहीं स्व सहायता समूहों को बकरी व्यवसाय के लिए डीएमएफ फंड से 14 लाख रुपए दिए गए थे। स्कूटी खरीदी के नाम पर जहां दो बार राशि भेजी गई वहीं बकरी खरीदी की पूरी राशि ही हजम किए जाने का आरोप है। मुख्यमंत्री के रीवा दौरे में स्कूटी खरीदी की शिकायत की गई थी जिस पर मुख्यमंत्री ने कमिश्नर रीवा को जांच सौंपी है। कमिश्नर मामले की जांच सिंगरौली कलेक्टर को सौंपी है। इध पर फिर नया मामला आ गया।
उल्लेखनीय है कि गरीब वर्ग की महिलाओं को आत्म निर्भर बनाने के लिए सरकार द्वारा पं. दीन दयाल राज्य आजीविका मिशन के तहत आर्थिक सहयोग प्रदान किया जाता है। गावों में बीपीएल श्रेणी के महिलाओं का समूह गइित करवा कर उन्हें व्यवसाय से जोड़ने के लिए हर खंड स्तर पर अधिकरी व उनकी टीम तैनात की गई है। देखा यह जा रहा है कि विकास खंड समन्वयकों द्वारा समूहों को विकास की मुख्यधारा से आने वाली राशि का बंदरवाट कर अपनी तिजोरी भरने में लगे हैं।
इसी तरह का मामला सिंगरौली जिले के चितरंगी विकास खंड सामने आया है। सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी अनुसार चितरंगी विकास खंड अंतर्गत 9 सीएलएफ के 20 समूहों के सदस्यों को बकरी खरीदने के लिए डीएमएफ योजना से 14 लाख 70 हजार मिले थे। आरोप है कि खंड समन्वयक एसआरएलएम चितरंगी ने उक्त राशि एक फर्म मां सावित्री बाई फूले के खाते में आरटीजीएस कर पूरी राशि का बंदरवांट कर लिया। मामला सामने आने के बाद अधिकारियों की धड़कने बढ़ गई हैं।