Anti-national people taught the lesson of difference in their churches and mosques: Mahamandaleshwar
विंध्य वाणी,रीवा। अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय के 13वें दीक्षांत समारोह में बतौर मुख्य अतिथि व मुख्य वक्ता महामंडलेश्वर स्वामी अखिलेश्वरदास शामिल हुए। उन्होंने कहा कि जात-पात और धर्म का भेद मिटाकर हम सब सच्चे मन से केवल भारतीय बनकर भारत माँ की सेवा करें। हमारे कार्य और जिम्मेदारियाँ अलग-अलग हो सकती हैं, लेकिन हम सबका मूल चरित्र केवल भारतीय होना चाहिए। प्राचीन दर्शन और शिक्षा के संस्कार हम सदैव याद रखें। उन्होंने कहा कि सुबह मैं जब संध्या वंदन कर रहा था तो रीवा में अयोध्या जैसी अनुभूति हुई। विवि परिसर के चारो ओर रामायण गान, शंखध्वनि और पवित्र देवस्थानों से रीवा के तीर्थस्थान होने का आभास होता है। रीवा से गुजरात का बड़ा निकटता का नाता है। रीवा क्षेत्र से ही निकलने वाली माँ नर्मदा गुजरात की जीवनदायिनी नदी और सबकी श्रद्धा का केन्द्र है। उन्होंने आतंकवाद पर निशाना साधते हुए कहा कि देश विरोधी लोगो ने अपनी चर्चाे में मस्जिदों में भिन्नता का पाठ पढ़ाया, हमें भिन्नता का पहाड़ा नहीं पढ़ाना है। देश का हिंदू हम सब को जोडऩे की बात कहते हैं, लोग डरते है विरोध करते हैं, करते रहे कोई फर्क नहीं पड़ेगा। हमारी संस्क्ृति कहती है पूरा देश हमारा परिवार है, हम परिवार के साथ रहना चाहते हैं। परिवार के साथ रहना चाहते हो तो यह भी याद रखना कि शक्कर बनकर रहोगे तो हम आपके साथ दूध की तरह रहेंगे और यदि आप निब्बू की तरह रहोगो तो निब्बू को निचोड़ा जाएगा और छिलका फेंक दिया जाएगा, दूध को पर्क नहीं पड़ेगा वह फटेगा खोबा बनेगा और पनीर बनेगा, उसकी कीमत और बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि एक जुटता का ही परिणाम है कि सत्ता बदली और अच्छी सरकार आई, राम मंदिर अयोध्या में बना और आज भगवा लहरा रहा है।

दीक्षा को आत्मसात करें तथा जीवन का उद्देश्य बनाए: राज्यपाल
समारोह में राज्यपाल मंगू भाई पटेल ने कहा कि नई शिक्षा नीति में देश के प्राचीन ज्ञान और परंपराओं को समाहित करके नवीन विज्ञान से जोड़ा गया है। अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय इस नीति पर चलते हुए ज्ञान के नए दीपक जला रहा है। नई शिक्षा नीति देश की शिक्षा प्रणाली को भारतीयता की दिशा दे रही है। इससे विद्यार्थियों को ज्ञान-विज्ञान और तनाव मुक्त जीवन की शिक्षा मिल रही है। राज्यपाल ने कहा कि उपाधि प्राप्त करने वाले सभी विद्यार्थियों को कुलगुरू द्वारा दीक्षांत शपथ दिलाई गई। इसे आत्मसात करें तथा जीवन का उद्देश्य बनाएं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 2047 तक देश को विश्वगुरू और आधुनिकतम विकसित राष्ट्र बनाने का संकल्प लिया है। नई पीढ़ी अपनी प्रतिभाए लगन और देशभक्ति से प्रधानमंत्री जी के सपने को पूरा करे। देश को विश्वगुरू बनाने की जिम्मेदारी नई पीढ़ी पर ही है। विश्वविद्यालय के शिक्षक विद्यार्थियों को आधुनिक ज्ञान-विज्ञान की शिक्षा देने के साथ-साथ भारतीयता के संस्कार और जीवन जीने की कला अवश्य सिखाएं। विद्यार्थी देश के स्वतंत्रता संग्राम के नायकों और अन्य महापुरूषों की जीवनी का अध्ययन कर उनसे प्रेरणा लें। अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय लगातार उत्कृष्ट कार्य करके विन्ध्य का नाम रोशन कर रहा है। विश्वविद्यालय में हाल ही में रामायण पीठ की स्थापना की गई है। इससे रामायण पर शोध करने वाले विद्यार्थियों और विद्वानों को नए अवसर मिलेंगे। राज्यपाल ने समारोह से पहले विश्वविद्यालय के नवीन निर्मित केन्द्र का उद्घाटन किया।

शोध पत्रिकाओं का हुआ विमोचन
समारोह के आरम्भ में शोभायात्रा वैदिक मंत्रोच्चार के साथ सुबह 12.26 बजे सभागार में पहुँची। तत्पश्चात विश्वविद्यालय की छात्राओं ने सरस्वती वंदना व कुलगीत की प्रस्तुति दी। समारोह में विश्वविद्यालय के कुलगुरू डॉ.राजेन्द्र कुमार कुड़रिया ने अतिथियों का स्वागत करते हुए विश्वविद्यालय की उपलब्धियों की जानकारी दी। समारोह में उत्कृष्ट छात्रों को कुलपति स्वर्ण पदक, स्वर्ण पदक प्रदान किये गए। साथ ही, पीएचडी व स्नातकोत्तर उत्तीर्ण छात्रों को उपाधि वितरित की गई। समारोह में विश्वविद्यालय की पत्रिका दीक्षा पर्व, विन्ध्य भारती, विवि सप्ताहिकी, भारतीय ज्ञान परंपरा सहित 6 पत्रिकाओं और बुकलेट का विमोचन किया गया। समारोह में कुलगुरू ने अतिथियों को स्मृति चिन्ह तथा शॉल.श्रीफल देकर सम्मानित किया। समारोह में श्री रामभद्राचार्य विश्वविद्यालय के कुलगुरू प्रोफेसर शिशिर कुमार पाण्डेय, जिला पंचायत अध्यक्ष नीता कोल, कलेक्टर प्रतिभा पाल, पुलिस अधीक्षक शैलेन्द्र सिंह चौहान, भाजपा जिला अध्यक्ष वीरेन्द्र गुप्ता, विश्वविद्यालय के आचार्यगण तथा विद्यार्थी उपस्थित रहे।

राज्यपाल ने वितरित की उपाधियां
प्रदेश के राज्यपाल तथा विश्वविद्यालयों के कुलाधिपति श्री मंगूभाई पटेल ने अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय के तेरहवें दीक्षांत समारोह में विद्यार्थियों को उपाधियाँ प्रदान की। समारोह में लेफ्टिनेंट जनरल धीरेन्द्र सिंह कुशवाह को डी लिट तथा प्रसिद्ध हृदय रोग सर्जन डॉ युगल किशोर मिश्रा को डीएसई की मानद उपाधि प्रदान की गई। इसके अलावा 53 पीएचडी उपाधि, 27 कुलगुरु स्वर्ण पदक, 26 स्वर्ण पदक, 6 दानदाता स्वर्ण पदक, 44 स्नातकोत्तर कक्षाओं के उपाधि धारकों को उपाधियां प्रदान की गई।
एक नजर में कार्यक्रम की झलक…
– सुबह 12.10 बजे एपीएसयू के रिसर्च, इनोवेशन और इनक्यूवेशन सेंटर का उद्घाटन किया
– सुबह 12.15 विवि अतिथि गृह में संकायाध्यक्ष, विवि आचार्य, कार्यपरिषद सदस्यों के साथ अतिथियों का फोटो सेशन
– सुबह 12.20 बजे दीक्षांत शोभा यात्रा विवि प्रशासनिक भवन के द्वार से प्रारम्भ
– सुबह 12.25 बजे शोभा यात्रा वटुक ब्राह्मणों के वैदिक मंत्रोच्चार के साथ सभागार में पहुँची।
– सुबह 12.30 बजे सरस्वती वंदना, कुलगीत का गायन
– सुबह 12.35 बजे दीक्षांत की कार्यवाही आरम्भ
– सुबह 12.45 बजे उपाधि वितरण शुरु
– सुबह 01.00 बजे कुलपति ने दिलाई दीक्षांत शपथ
– दोपहर 01.10 बजे से अतिथियों का संबोधन
– दोपहर 01.50 बजे समारोह समापन की घोषणा

दानदाताओं के नाम से स्वर्ण पदक…
1. एमए हिंदी की छात्रा उर्मिला देवी को लाल बल्देव सिंह स्वर्ण व श्री महावीर प्रसाद अग्रवाल स्मृति स्वर्ण पदक दिया गया। 2. एमए भूगोल के छात्र आदित्य कुमार द्विवेदी को कर्नल बलवंत सिंह स्वर्ण पदक दिया गया।
3. एमए संगीत की छात्रा आकृति शुक्ला को प्रेसीडेंट ऑफ इंडिया(भूतपूर्व) डॉ.शंकर दयाल शर्मा स्वर्ण पदक दिया गया।
4. एलएलबी की छात्रा अर्पिता सिंह को स्व.पं.रामायण प्रसाद पांडेय स्मृति स्वर्ण पदक दिया गया।
5. एमएससी बॉयोटेक्नालॉजी की छात्रा प्राची चतुर्वेदी को परम श्रद्धेय जीरासन्निधि वेंगादम्मल स्मृति स्वर्ण पदक दिया गया।
पीएचडी उपाधि प्राप्त करने वाले छात्र
1.हिंदी विषय: रीनू चतुर्वेदी, राजेन्द्र साके, जय प्रकाश साकेत, प्रभा सिंह, विवेक कुमार पांडेय, राम सुमिरन चौधरी, मनोज कुमार द्विवेदी, उमाकांत गुप्ता, सोनम सोनी, शैल कुमार अहिरवार, प्रियेश दीक्षित
2. समाज शास्त्र: शिवांगी दाहिया, इंद्रकमल कुशवाहा, रीता सिंह, रंजना चतुर्वेदी
3. इतिहास: मीनाक्षी सिंह कर्चुली
4. अर्थ शास्त्र: प्रीति द्विवेदी, संजय सिंह
5. राजनीति शास्त्र: अंजू तिवारी, निशा चौधरी
6. भूगोल :घनश्याक उपाध्याय, आदित्य कुमार द्विवेदी
7. व्यवसायिक अर्थशास्त्र: आश्मा परौहा
8. भौतिक शास्त्र: हर्षराज शुक्ला
9. भूगर्भ शास्त्र: गौरव मिश्रा, मनीष कुमार मिश्रा
10.वनस्पति शास्त्र: अस्मिता सोनी, सुलेखा त्रिपाठी, बृजेश नीरत, सीमा पांडेय
11.प्राणि शास्त्र: नीतिका राय, आरती शर्मा, निधि तिवारी, राजेश कोल, सुनील तिवारी, योगेन्द्र पांडेय
12.शिक्षा: अंबे शुक्ला, संतोष विश्वकर्मा, राजकुमार पांडेय, अरूण कुमार सिंह
13.शरीरिक शिक्षा : संजीव कुमार शुक्ला
14.आयुर्वेद: शिवशंकर सोनी
15. व्यवसाय प्रशासन: रोशनी गुप्ता, शहाना परवीन, रोलम तिवारी, डिंपल तिलवानी, निविता मंगलानी, फरजाना खातून, सुप्रिया शुक्ला, ज्योति मिश्रा, निकिता कनौडिया
16. एमबीए आईआरएडं पीएम: दुर्गा गुप्ता, नीरजा द्विवेदी, अमित कुमार पांडेय, अनुश्री पांडेय, रघुनाथ जी मिश्रा
17.एमबीए टूरिज्म: दिव्यांश प्रधान
18.एमबीए: चंचल द्विवेदी, अकांक्षा तिवारी
19.सीएस :प्रमोद कुमार द्विवेदी
कुलगुरु स्वर्ण पदक प्राप्त करने वाले छात्र(यूटीडी)
1. कला संकाय
1.हर्षिता पटेल एमए हिंदी
2.श्रृति पांडेय एमए अंग्रेजी
3.प्रियांशु अग्रिहोत्री एमए इन योग
4.पंकज तिवारी एमए दर्शन शास्त्र
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2.समाज विज्ञान संकाय
1.प्रतिमा सिंह एमए व्यवसायिक अर्थशास्त्र
2.प्रांजलि तिवारी एमए प्रा.भा.इतिहास
3.अभिषेक दुबे एमएसडब्ल्यू
4.अर्पिता चतुर्वेदी एमए मनोविज्ञान
5.परिमल त्रिपाठी एमए क्लीनिक
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3. विज्ञान संकाय
1. आकर्षक तिवारी एमएससी भौतिकी
2.अर्पणा मिश्रा एमएससी रसायन
3.भावना मिश्रा एमएससी गणित
4.मोहित शुक्ला एमसीए
5.साक्षी गौतम एमएससी सीएस
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4. जीवन विज्ञान संकाय
1. प्राची चतुर्वेदी एमएससी बॉयोटेक
2.सौम्या सिंह एमएससी बॉयोटेक
3. रोहित शर्मा एमएससी माइक्रोबॉयोलॉजी
4.शिवांगी पांडेय एमएससी पर्यावरण जीवन विज्ञान
5.सिमरन सिंह एमएससी बॉयोकेमेस्ट्री
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5.प्रबंध संकाय
1.दिव्यांशी प्रधान एमबीए टूरिज्म
2.रघुनाथ मिश्रा एमबीए आईआर एडंपीएम
3. सुषमा शुक्ला एमबीए एचआरडी
4.चंचल द्विवेदी एमबीए
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6.वाणिज्य संकाय
1. दीप्ती सिंह एम.कॉम
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7.विधि संकाय
1.पार्थ सिंह एलएलएम
2.शिवांगी सिंह एलएलएम
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स्वर्ण पदक प्राप्त करने वाले छात्र(महाविद्यालयों से)
1. कला संकाय
1.उर्मिला देवी एमए हिंदी
2.सिद्धार्थ सिंह एमए अंग्रेजी
3. काजल सिंह एमए संस्कृत
4. आरती शुक्ला एमए संगीत
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2.समाज विज्ञान संकाय
1.अजीत पांडेय एमए इतिहास
2.अभिनव कुमार एमए अर्थशास्त्र
3.श्रीयांशी गुप्ता एमए राजनीति
4. आदित्य द्विवेदी एमए भूगोल
5.आनंद सिंह एमएसडब्ल्यू
6.रिया सिंह एमएप्रा.भा.इतिहास
7.सौम्या गुप्ता एमए प्रा.भा.इतिहास
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3. विज्ञान संकाय
1. सोनाली दुबे एमएससी सांख्यिकी
2. सोमिका पांडेय एमएससी भौतिकी
3.प्रतिमा तिवारी एमएससी रसायन
4.सौरभ सिंह एमएससी गणित
5.रुचि मिश्रा एमएससी सीएस
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4. जीवन विज्ञान संकाय
1. पीयूष पांडेय एमएससी जियोलॉजी
2. नीलू सिंह एमएससी बॉटनी
3. शिवानी सिंह एमएससी जूलॉजी
4. वीरेन्द्र जायसवाल एमएससी बॉयोटेक
5. सुमित सिंह एमएससी बॉयो कैमेस्ट्री
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5.प्रबंध संकाय
1. स्नेह पांडेय एमबीए
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6.वाणिज्य संकाय
1. अंकिता पटेल एम.कॉम
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7.गृह विज्ञान संकाय
1.शोभा सोधिया एमएचएससी
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8.विधि संकाय
1.आस्था त्रिपाठी एलएलएम
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9.शिक्षा संकाय
1.प्रिया त्रिपाठी एमएड
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