रीवा। निर्धारित खरीदी केन्द्रों तथा कियोस्क केन्द्रों में किसानों का समर्थन मूल्य पर धान खरीदी के लिए पंजीयन किया जा रहा है। पंजीयन 15 अक्टूबर तक किया जाएगा। इन्हीं केन्द्रों में किसान ज्वार, बाजरा और मक्का के समर्थन मूल्य पर उपार्जन के लिए भी पंजीयन करा सकते हैं। इस संबंध में उप संचालक कृषि यूपी बागरी ने बताया कि किसानों का पंजीयन ऑनलाइन किया जा रहा है। बैंक खाते, जमीन के अभिलेख तथा अन्य दस्तावेजों के साथ पंजीयन की सुविधा दी जा रही है। जिस भूमि पर गिरदावरी में ज्वार, बाजरा और मक्का की फसल दर्ज की गई है उन्हीं को पंजीयन की सुविधा मिलेगी। गिरदावरी एप के आधार पर फसल का सत्यापन करने के बाद ही पंजीयन को मान्य किया जाएगा। पर्याप्त संख्या में किसानों का पंजीयन होने पर ज्वार, बाजरा और मक्का के उपार्जन के लिए खरीदी केन्द्रों की व्यवस्था की जाएगी।
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किसानों को डीएपी के स्थान पर एनपीके का प्रयोग की सलाह
रीवा। जिले के कृषकों को सलाह दी गई है कि वह डीएपी के स्थान पर एनपीके उर्वरकों का प्रयोग करें। कृषि वैज्ञानिकों ने अपनी सलाह में कहा है कि डीएपी का लागत मूल्य 1350 रूपये प्रति बोरी है जिसमें केवल दो तत्व नाइट्रोजन व फास्फोरस प्राप्त होते है। जबकि एनपीके उर्वरक की कीमत 1470 रूपये प्रति बोरी है एवं इसमें फसलों के लिए आवश्यक सभी तीन मुख्य पोषक तत्वों नत्रजन, स्फुर एवं पोटाश की उपलब्धता होती हैं। इस प्रकार एनपीके उर्वरक से नत्रजन एवं स्फुर के अलावा पौधों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण तत्व पोटाश की पूर्ति किसान भाई सफलतापूर्वक कर सकते हैं। अत: एनपीके उर्वरक का प्रयोग करने पर किसान भाईयों को अलग से पोटाश डालने की जरूरत नहीं पड़ती है व लागत में कमी आती है। अत: किसान भाईयों के लिए डीएपी के स्थान पर एनपीके का प्रयोग लाभप्रद रहेगा।
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