The team of Medical College including NHM assessed the damage, notice issued to the power firm
रीवा। जीएमएच के गायनी ओटी में हुई आगजनी की घटना का डर सोमवार को भी अस्पताल चिकित्सकों सहित कर्मचारियों में रहा, वहां के समस्त स्टॉफ आगजनी की घटना को लेकर ही चर्चा करते रहे। गायनी ओटी में लगी भीषण आग से हुए नुकसान का आंकलन करने सोमवार को एनएचएम सहित मेडिकल कॉलेज टीम पहुंची। टीम के सदस्यों ने गायनी ओटी को खुलवाकर बरीकी से निरीक्षण किया और इस भीषण आगजनी की घटना से हुए नुकसान का आंकलन किया गया। आग की वजह पर भी जानकारी ली जा रही है, वहीं ओटी में मौजूद रहे चिकित्सकों सहित स्टॉफ व वार्ड व्यॉय से भी घटना के संबंध में जानकारी ली गई। मेडिकल कॉलेज डीन सहित अधीक्षक ने भी ओटी का निरीक्षण किया और गायनी विभाग में वर्तमान व्यवस्थाओं का जायजा लिया।
ईएडंएम से मांगा जवाब
जीएमएच की गायनी ओटी में हुई आगजनी की घटना का कारण शार्ट शर्किट बताया जा रहा है, जिससे इससे संबंधित एजेंसी ईएडंएम को भी नोटिस जारी किया गया है, इस संबंध में जवाब मांगा गया है। हालांकि अभी भी एसजीएमएच व जीएमएच में खुले पड़े इस प्रकार के पुराने तारो व बोर्ड पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है, इस संबंध में किसी प्रकार की जांच सोमवार को सामने नहीं आई।
इमरजेंसी ओटी में हुए प्रसव
बता दें कि गायनी ओटी में आगजनी के बाद प्रसव इमरजेंसी ओटी एसजीएमएच में कराया गया। इस संबंध में विभागध्यक्ष डॉ.वीनू सिंह कुशवाह ने बताया कि सोमवार को करीब दर्जन भर प्रसव आपरेशन से कराए गए व रात में करीब आधा दर्जन प्रसव के लिए मरीज हैं। बता दें कि जीएमएच से एसजीएमएच इमरजेंसी तक मरीजों को ले जाने में जरूर कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है, मरीज व परिजन परेशान हो रहे हैं। वहीं चिकित्सकों को भी भीषण ठंड के बीच कई तरह की समस्याएं हो रही हैं।
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