BIG BREAKING: APSU REWA will confer honorary degrees on Lieutenant General Dhirendra Singh Kushwaha and Cardiologist Dr. YK Mishra
रीवा। अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय मेें आगामी 17 दिसम्बर को 13वां दीक्षांत समारोह आयोजित होगा। इस समारोह में स्वर्ण पदक, कुलगुरु स्वर्ण पदक से नवाजा जायेगा। दानदाताओं के नाम के स्वर्ण पदक दिये जायेंगे। छात्रों को यह सम्मान समारोह की अध्यक्षता करने वाले प्रदेश के राज्यपाल व विश्वविद्यालय कुलाधिपति मंगूभाई छगनभाई पटेल के हाथों प्राप्त होगा। राजभवन ने विश्वविद्यालय के समारोह में राज्यपाल केे पहुँचने की सहमति संबंधी सूचना भेज दी है। इस समारोह में छात्र परम्परागत पोशाक पहनकर उपाधि प्राप्त करेंगे। विश्वविद्यालय ने छात्र-छात्राओं के ड्रेसकोड सहित अन्य गतिविधियों हेतु सूचना जारी कर दी है। आवेदन के लिए 12 दिसंबर तक का समय दिया गया है।
विश्वविद्यालय शिक्षण विभागों से अव्वल अंक लेकर स्नातकोत्तर कक्षा में उत्तीर्ण छात्रों को समारोह में कुलपति स्वर्ण पदक दिए जायेंगे। जबकि विश्वविद्यालय से सम्बद्ध महाविद्यालयों के स्नातकोत्तर कक्षाओं के उत्कृष्ट छात्रों को स्वर्ण पदक दिए जायेंगे। साथ ही 1 दिसम्बर 2024 से लेकर 7 दिसम्बर 2025 के बीच पीएचडी अवार्ड प्राप्त करने वाले छात्रों को भी राज्यपाल द्वारा उपाधि दी जायेगी। वहीं समारोह में राज्यपाल के हाथों देश की दो महान हस्तियों को डीलिट की मानद उपाधि से सम्मानित किया गया, जिसमें जीओसी बांबे गोवा कमांड के लेफ्टिनेंट जनरल धीरेन्द्र सिंह कुशवाह प्रबंध संकाय व प्रसिद्ध कार्डियोलॉजिस्ट डॉ.युगल किशोर मिश्रा (डॉ.वाईके मिश्रा) को जीव विज्ञान विज्ञान संकाय में मानद उपाधि से सम्मानित किया जाएगा। जिसको लेकर मंगलवार को विवि में हुई बैठक में सहमति भी प्रदान कर दी गई है।
सैनिक स्कूल के पुराछात्र हैं लेफ्टि.कुशवाह
बता दें कि जीओसी बांबे गोवा कमांड के लेफ्टिनेंट जनरल धीरेन्द्र सिंह कुशवाह सैनिक स्कूल रीवा बैच 1978-85 के पुराछात्र हैं, जिनके द्वारा देशहित में कई सराहनीय कार्य किए गए हैं, चीनी आपरेशन के विशेषज्ञ हैं। वहीं प्रसिद्ध कार्डियोलॉजिस्ट डॉ.युगल किशोर मिश्रा (डॉ.वाईके मिश्रा) एपीएसयू विवि के पुराछात्र हैं, इनके द्वारा श्यामशाह मेडिकल कॉलेज ने वर्ष 1980 बैच में एमबीबीएस किया गया व यहीं से वर्ष 1984 बैच में एमएस सर्जरी की डिग्री भी हासिल की गई।
अब तक 12 दीक्षांत हुए
रीवा विश्वविद्यालय में पहला दीक्षांत समारोह 1975 के लगभग आयोजित हुआ था। उसके बाद से 12 दीक्षांत समारोह अब तक हो चुके हैं। 6 वर्ष पहले फरवरी 2019 में सातवां दीक्षांत समारोह हुआ था, जिसकी अध्यक्षता तत्कालीन राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने की थी। इसके उपरांत जनवरी 2020 में हुए आठवें दीक्षांत समारोह की अध्यक्षता तत्कालीन राज्यपाल लालजी टंडन ने की। फिर 6 दिसम्बर को हुए नौवें दीक्षांत समारोह की अध्यक्षता वर्तमान राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने ही की थी। 12 दिसम्बर 2022 को हुए 10वें दीक्षांत समारोह की अध्यक्षता राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने की। अब 11वें 12वें दीक्षांत समारोह की अध्यक्षता का दायित्व भी प्रदेश के वर्तमान राज्यपाल ने ही निभाया और 13वें दीक्षांत समारोह के लिए भी उन्होंने सहमति दे दी है।
भवन की होगी साज-सज्जा
विश्वविद्यालय ने समारोह तैयारी को लेकर 20 समितियों का गठन कर दिया है। साथ ही विभागाध्यक्षों की बैठक लेकर कुलगुरु ने आवश्यक तैयारी के निर्देश दिए हैं। भवन की साज-सज्जा हेतु विश्वविद्यालय के यंत्रियों को निर्देशित कर दिया गया है। गौरतलब है कि विश्वविद्यालय में दीक्षांत समारोह की परम्परा होती है। इस समारोह में विश्वविद्यालय से उत्तीर्ण व पीएचडी पूर्ण कर चुके छात्रों को उपाधि दी जाती है। इसके अलावा विश्वविद्यालय विशेष सेवा के लिए किसी समाजसेवी, शिक्षाविद् को मानद उपाधि व डी.लिट की उपाधि भी देता है।
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13वां दीक्षांत समारोह आगामी 17 सितंबर को आयोजित होगा, जिसमें डीलिट की मानद उपाधि के लिए नाम तय कर लिए गए हैं। लेफ्टि जनरल धीरेन्द्र सिंह कुशवाह व कार्डियोलाजिस्ट डॉ.वाईके मिश्रा को मानद उपाधि दी जाएगी। दीक्षांत समारोह की तैयारियां की जा रही है।
डॉ.सुरेन्द्र सिंह परिहार, कुलसचिव एपीएसयू।
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