विंध्य वाणी,रीवा। एसआईआर ने प्रेम विवाह करने वालो को बड़ा झटका दिया है, प्रेम विवाह के बाद अपना पालन पोषण करने वाले मां-बाप को छोडऩे वाले बेटा-बेटियों को भी अब उन मां-बाप की याद एसआईआर ने दिला दी है। अब वह उन्हीं मां-बाप की चौखट में एक बार फिर पहुंच रहे हैं। जानकारी लेने के लिए नाक रगडऩे जैसी स्थिति निर्मित हो रही है। ऐसे मामले शहर व गांव में वर्तमान में सबसे ज्यादा सुर्खियों में है। हाल ही में एक मामला शहरी क्षेत्र से सामने आया है। नाम न छापने की शर्त पर एक महिला मतदाता ने बताया कि उसने माता-पिता की मर्जी के विरुद्ध प्रेम विवाह किया था। तब से आज तक माता-पिता व अन्य लोगों से संपर्क नहीं हुआ। एसआईआर सर्वे में 2003 की मतदाता सूची की जानकारी मांगी जा रही है, जो मिल नहीं रही। महिला मतदाता ने कहा कि बीएलओ के माध्यम से जानकारी मिल नहीं रही है और माता, पिता या भाई से संपर्क करना मुश्किल है। ऐसे में गणना पत्रक नहीं भर पा रही हूं। हालांकि बीएलओ ने इसके लिए निराकरण करने का आश्वासन दिया है। वहीं बीएलओ भी इस प्रकार के मामलो को लेकर हैरान हैं और उनके निराकरण आपसी समंजस्य से कराने का प्रयास कर रहे हैं।
ऐसी समस्या सोची ही नहीं
बता दें कि एसआईआर जैसा सर्वे कभी होगा और प्रेम विवाह करने वालो को इस तरह की समस्या होगी उन्होंने कभी नहीं सोचा था, अब प्रेम विवाह कर मां-बाप से दूरी बनाने वाले इधर से उधर भटक रहे हैं। उनके सामने ऐसी समस्या देख बीएलओ भी हैरान हैं। बता दें कि एसआईआर प्रेम विवाह कर मां-बाप को छोडऩे वालो के लिए एक बड़ा झटका है। मां-बाप को छोड़कर इस प्रकार का निर्णय लेने वालो के लिए बड़ा सबक भी माना जा रहा है।
सर्वे में यह समस्याएं
चर्चा में बताया गया कि गणना पत्रकों की डिजिटल करने के दौरान सर्वर की समस्या आ रही है। कभी-कभी दो घंटे के लिए सर्वर बंद हो जाता है, जिससे काम ही रुक जाता है। वहीं कभी सर्वेर स्लो होने से जानकारी भरते-भरते ही टाइम आउट हो जाता है, जिससे प्रक्रिया फिर करनी पड़ रही। कई जगहों पर बीएलओ और लोग एक-दूसरे का सहयोग न करने के आरोप लगा रहे हैं। बता दें कि सबसे अधिक समस्या बाहर रह रहे लोगो को हो रही है, ग्रामीण क्षेत्र से अपना परिवार का पालन पोषण करने बाहरी राज्यों में रहने वालो को गांव आना पड़ रहा है।



