रीवा। म.प्र. में रजिस्टर्ड फार्मासिस्ट के साथ हो रही अनियमितताओं की बात कहते हुए सोमवार को एमपी फार्मासिस्ट संगठन के कोर मेंबर्स की गूगल मीट के माध्यम से ऑनलाइन बैठक का आयोजन किया गया जिसमे संगठन के प्रदेश अध्यक्ष अमित सिंह ठाकुर, प्रदेश उपाध्यक्ष सुधांशु मिश्रा, प्रदेश महासचिव अखिलेश त्रिपाठी, प्रदेश सचिव दीपक मिश्रा, संगठन मंत्री प्रशांत सिंह हाड़ा, प्रदेश अध्यक्ष(आईटी) राजवीर त्यागी, उपाध्यक्ष हिमांशु चतुर्वेदी एवं आरटीआई एक्टिविस्ट अनिल बच्चन उपस्थित रहे। बैठक का संचालन त्यागी द्वारा किया गया जिसमें प्रदेश में फार्मासिस्ट की बढ़ती बेरोजगारी, स्वास्थ सेवाओं में एवं रिटेल दवा दुकानों में फार्मासिस्ट की उपलब्धता न होना, एमपी फार्मेसी काउंसिल में फार्मेसी रजिस्ट्रेशन को लेकर हो रही अनियमितताओं जैसे गंभीर मुद्दों पर चर्चा की गई। संगठन के प्रदेश अध्यक्ष अमित सिंह ठाकुर ने प्रदेश में आए दिन हो रहे ड्रग एंड कॉस्मेटिक एक्ट 1948 के उलंघन को लेकर हाई कोर्ट में लगे केस से संबंधित विषय में विस्तार से जानकारी दी। प्रदेश महासचिव अखिलेश त्रिपाठी ने कोरोना की तीसरी लहर को संज्ञान में लेते हुए स्वास्थ सेवाओं में दवा वितरण हेतु फार्मासिस्ट की उपलब्धता सुनिश्चित हो सके इसके लिए प्रदेश सरकार को जागरूक करने हेतु फार्मासिस्ट साथियों हेतु दिशा निर्देश साझा किए। प्रदेश संगठन मंत्री प्रशांत हाड़ा द्वारा अवगत करवाया गया कि काफी दिनों से संगठन को शिकायत प्राप्त हो रही है कि फार्मेसी कॉलेजों एवं फार्मास्यूटिकल कंपनियों में कार्य कर रहे रजिस्टर्ड फार्मासिस्टो द्वारा अपने रजिस्ट्रेशन का दुरुपयोग किरायेबाजी के रूप में किया जा रहा है जिसके चलते प्रदेश में फर्जी मेडिकल स्टोर्स संचालित किए जा रहे हैं जिसको संज्ञान में लेते हुए प्रदेश सचिव दीपक मिश्रा ने आश्वस्त करते हुए कहा कि जल्द ही एआईसीटी एवं फार्मेसी काउंसिल ऑफ इंडिया को पत्र के माध्यम से सूचित किया जायेगा और जांच कमेटी नियुक्त हो सके इन सभी गंभीर विषयों में संबंधित जिम्मेदार अधिकारियों से चर्चा की जाएगी। बैठक में उपस्थित सभी पदाधिकारियों का आभार आरटीआई एक्टिविस्ट अनिल बच्चन ने माना। उपरोक्त जानकारी प्रदेश उपाध्यक्ष(आईटी प्रदेश मीडिया प्रभारी)हिमांशु चतुर्वेदी ने दी।
००००००००००००
सभी ताजा खबरें पढ़ने के लिए कृपया जरूर जुड़े🙏
Join Now